- आचार्य सुधांशु
Collection by : प्रवीण वर्मा
Vishwa Jagruti Mission is established by Param Pujya Shri Sudhanshu Ji Maharaj. Vishwa Jagriti Mission is established to spread understanding of spiritualy rich knowledge of hindu and indian vedantas. Details of books published by Vishw Jagriti Mission of Shri Sudhanshu Ji Maharaj. Swarg Ke Lahare, gita sandesh, Jeevan Ki Rahe, Ghyan Rashmi,
"एक पत्थर को तराशने से सुन्दर मूर्ति बन सकती है तो कर्मो के सहारे जिन्दगी को तराशने से बहुत सुन्दर स्वरुप बन सकता है। कर्म करने से पहले सोचें कि मेरे से कोई गलत कर्म न हो जाए। क्योंकि प्रकृति का नियम है कि कर्म-फल अवश्य भोगना पड़ता है और प्रकृति के नियम तुम बदल नहीं सकते । तुम्हारा गलत कर्म ही तुम्हारे लिए परेशानी पैदा करता है, इसलिए ऐसा कोई कर्म ना करो जो तुम्हें परेशानियों में डुबा दे और विपत्तियां तुम्हारे ऊपर मडराने लगें । ह्र्दय में परमात्मा का नाम लेते हुए कर्म करोगे तो गलत काम की सम्भावना नहीं रहेंगी ।"
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परम पूज्य सुधाँशुजी महाराज
Collection by Praveen Verma
"हमारे जीवन में विचारों की शक्ति का बडा मूल्य है । विचार वह है – जो भाव बन करके आपके अन्दर से उठते है, लेकिन उन भावों में जो भाव सकारात्मक है, वे आपको शक्ति देते है और जो नकारात्मक विचार है वे आपकी शक्ति को खींचते है और खराब करते है। इसलिये अपने मन मै सदैव सकारात्मक विचार लायें।"
परम पूज्य सुधाँशुजी महाराज
"The power of thought has great value in our lives. Thoughts are simply what we feel inside. Positive thoughts give you a new energy and a fresh perspective. On the contrary, negative thoughts set us back and waste our energy. Therfore always have positive thoughts."
His Holiness Sudhanshuji Maharaj
Humble Devotee
Praveen Verma
"बहिर्मुख वृति आपकी बनी हुई है। ससार की तरफ घूमती हुई वृति, वो आपको परमात्मा की तरफ या कहना चाहिए अपने आपको जानने की तरफ नही जाने देती । और उसका परिणाम यह होता है कि हम एक भीड़ में ,जैसे भेड़ों का झुंड चलता है, उस तरह से, भीड़ की तरह से जीने लग जाते है। तो आप अपने अन्दर कोई विशेषता नहीं ला पाते।
आप अपने अन्दर एक पवित्र इन्सान बन सके, आप अपनी शान्ति के साथ जी सके, अपने प्रेम के साथ जी सके, अपने अन्दर एक सतोगुण को आप जन्म दे सके तो वो बहुत बडी चीज है।"
परम पूज्य सुधाँशुजी महाराज
"Our instincts are outward focused. Our mindset is so much towards the world that it does not allow us to focus on God or even properly know ourselves.
The result of this outward focus is that we live like sheep and follow others instead of being able to bring peace within us.
It is indeed a great accomplishment if you can lead a sin free life in peace with love, purity and goodness."
"हमारे जीवन में विचारों की शक्ति का बडा मूल्य है । विचार वह है – जो भाव बन करके आपके अन्दर से उठते है, लेकिन उन भावों में जो भाव सकारात्मक है, वे आपको नई शक्ति देते है और जो नकारात्मक विचार है वे आपकी शक्ति को खींचते है और खराब करते है। इसलिये अपने मन मै सदैव सकारात्मक विचार लायें।"
परम पूज्य सुधाँशुजी महाराज
"The power of thought has great value in our lives. Thoughts are simply what we feel inside. Positive thoughts give you a new energy and a fresh perspective. On the contrary, negative thoughts set us back and waste our energy. Therfore always have positive thoughts."
His Holiness Sudhanshuji Maharaj
Humble Devotee
Praveen Verma
"हमारे जीवन में विचारों की शक्ति का बडा मूल्य है । विचार वह है – जो भाव बन करके आपके अन्दर से उठते है, लेकिन उन भावों में जो भाव सकारात्मक है, वे आपको नई शक्ति देते है और जो नकारात्मक विचार है वे आपकी शक्ति को खींचते है और खराब करते है। इसलिये अपने मन मै सदैव सकारात्मक विचार लायें।"
परम पूज्य सुधाँशुजी महाराज
"The power of thought has great value in our lives. Thoughts are simply what we feel inside. Positive thoughts give you a new energy and a fresh perspective. On the contrary, negative thoughts set us back and waste our energy. Therfore always have positive thoughts."
His Holiness Sudhanshuji Maharaj
Humble Devotee
Praveen Verma
"मनुष्य के जीवन में सबसे पहले यह आवश्यक है कि हर समय प्रभु के अस्तित्व का एहसास हमारे मन में बना रहे। मन में ये प्रश्न हमेशा उठते रहें। इन बहती हुई
नदियों को बहाने वाला कौन है ? रंग-बिरंगी तितलियों के पंखों को कौन रंगता है? कौन है जो इस चन्द्रमा में मुस्कुराता है? किसका प्रकाश सूर्य के द्वारा संसार में फैलता है?
असंख्य जीवों को जन्म कौन देता है? कौन सबको भोजन देता है? फूलों में रंग कौन भरता है? पर्वत किसने बनाए? आकाश को सितारों से कौन सजाता है?
ऐसे अनेक प्रश्नों को मन में पैदा होने दीजिए । इससे आपके मन में ईश्वर के प्रति भावना जागेगी। आपका उनके प्रति विश्वास बढेगा।
परम पूज्य सुधाँशुजी महाराज
Humble Devotee
Praveen Verma
प्रथम संस्करण : श्रद्धा पर्व २००९
प्रतियाँ :११००
मूल्य :६0 रुपये
सम्पादन :डा:नरेंद्र मदान
Madan Gopal Garga to ANANDDHAM.ORG at 10/15/2009 02:28:00 PMजिसने गीता की अमृतमयी -ज्ञान की बूंदों को चख लिया उसके लिए स्वंय का कष्ट तो कष्ट रहता ही नहीं ! वह दुनिया के कष्टों का निवार्ण करने के लिये निकल पङता हें !
Param Pujya Sudhanshuji Maharajमन की शुद्धि सत्य से होती है,
आत्मा की शुद्धि विद्या और तप से होती है,
बुद्धि की शुद्धि ज्ञान से होती है।"
परम पूज्य सुधाँशुजी महाराज
Water purifies the Body,
Truth purifies the Mind, Knowledge and devout austerity purifies the Soul,
Intellect gets purified by the inner wisdom.
His Holiness Sudhanshuji Maharaj
Humble Devotee
Praveen Verma
"शरीर की शुद्धि जल से होती है,
मन की शुद्धि सत्य से होती है,
आत्मा की शुद्धि विद्या और तप से होती है,
बुद्धि की शुद्धि ज्ञान से होती है।"
परम पूज्य सुधाँशुजी महाराज
Water purifies the Body,
Truth purifies the Mind,
Knowledge and devout austerity purifies the Soul,
Intellect gets purified by the inner wisdom.
His Holiness Sudhanshuji Maharaj
Humble Devotee
Praveen Verma
"महानता जब आपके अन्दर जागती है तो आप नीचा कुछ भी कार्य नहीं करेगें। ऐसा कुछ भी नहीं करेंगें जिससे आपको खुद भी निराशा हो।
इसलिए ध्यान रखें जैसे जैसे हम प्रभु के निकट होते जाते है हमारे अन्दर एक पूर्णता आती है , हमारा अधूरापन दूर होता है,
हमारी सम्पूर्णता जाग्रत होने लग जाती है।"
परम पूज्य सुधाँशुजी महाराज
"Nobility will not let you do anything which is lowliness and inferior. You will also not do anything which brings regret and discontent.
So keep it in mind, having a close relation with God brings wholeness and totality in us. Scarcity and imperfection fade away and totality
awakens."
His Holiness Sudhanshuji Maharaj
Humble Devotee
Praveen Verma
"महानता जब आपके अन्दर जागती है तो आप नीचा कुछ भी कार्य नहीं करेगें। ऐसा कुछ भी नहीं करेंगें जिससे आपको खुद भी निराशा हो।
इसलिए ध्यान रखें जैसे जैसे हम प्रभु के निकट होते जाते है हमारे अन्दर एक पूर्णता आती है , हमारा अधूरापन दूर होता है,
हमारी सम्पूर्णता जाग्रत होने लग जाती है।"
परम पूज्य सुधाँशुजी महाराज
"Nobility will not let you do anything which is lowliness and inferior. You will also not do anything which brings regret and discontent.
So keep it in mind, having a close relation with God brings wholeness and totality in us. Scarcity and imperfection fade away and totality
awakens."
His Holiness Sudhanshuji Maharaj
Humble Devotee
Praveen Verma
"हम इस बात को समझें कि सफलताएँ जो जीवन में घटी, उन्हें याद करें और उनसे सबक लें , जिससे उनको दोहराया जा सके।
अपनी विफलताओं को भी याद करो, बारबार उन पर भी ध्यान दो, उनसे भी सबक लो कि वो क्यों घटी ?
और उनको इसलिए ध्यान में रखो कि वो फिर दोहराईं ना जा सकें ।"
परम पूज्य सुधाँशुजी महाराज
"We should remember the accomplishments and achievements that happened in our lives and learn from them so that they can be repeated.
Also remember the disappointments and failures, pay close attention to them over and over, learn from them as to why it happened ?
The reason we should pay close attention to, so that they can not be replicated or repeated."
परमात्मा का नूर चारों ओर बरस रहा है, फूलों में , नदियों में , तितलियों के रंगबिरंगे पंखों में । समस्त सृष्टि उसकी सुन्दर रचना है।
इसे पर्यटक बन कर भोगो।"
परम पूज्य सुधाँशुजी महाराज
परमात्मा का नूर चारों ओर बरस रहा है, फूलों में , नदियों में , तितलियों के रंगबिरंगे पंखों में । समस्त सृष्टि उसकी सुन्दर रचना है।
इसे पर्यटक बन कर भोगो।"
परमात्मा का नूर चारों ओर बरस रहा है, फूलों में , नदियों में , तितलियों के रंगबिरंगे पंखों में । समस्त सृष्टि उसकी सुन्दर रचना है।
इसे पर्यटक बन कर भोगो।"
परम पूज्य सुधाँशुजी महाराज