----- Original Message -----
From: mggarga312
To: mggarga
Sent: Thursday, October 22, 2009 9:18 PM
Subject: Fw: [ANANDDHAM.ORG] अमृत वाणी
----- Original Message -----
From: Madan Gopal Garga
Sent: Thursday, October 22, 2009 9:07 PM
Subject: [ANANDDHAM.ORG] अमृत वाणी
- इन्दरियाँ नौकर हें और उनका स्वामी इन्द्र हे -इन्द्र के मतलब हे आत्मा !
- असुरों का लक्ष स्वयं से संबधित हे बस हम खुश तो सब खुश !
- हम किसी को छेड़ेंगे नहीं मगर कोई हमको छेड़ेगा तो उसको छोडेंगे नहीं !
- आपके अन्दर शान्ति अगाध हो मगर साथ साथ दुष्टता को दमन कराने के हिमत भी हनी चाहिए !
पूज्य सुधान्शुजी महाराज
20-8-09 के टी वी प्रवचन से
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Posted By Madan Gopal Garga to ANANDDHAM.ORG at 10/22/2009 08:56:00 PM
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