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Wednesday, May 29, 2013

Fwd: [AMRIT VANI ] मन की शान्ति ( भाग ८)



---------- Forwarded message ----------
From: Madan Gopal Garga LM VJM <mggarga@gmail.com>
Date: 2013/5/29
Subject: [AMRIT VANI ] मन की शान्ति ( भाग ८)
To: mggarga@gmail.com



  • गुण ग्राहक बनो अवगुण मत देखो !
  • मुस्काराना सीखो ऐसा कराने से क्रोध नहीं अयगा !
  • शान्ति की इच्छा से शान्ति नहीं आती ,इच्छाओं की शान्ति से शान्ति आती है !
  • झुकना सीखो !
  • अपने साथ ,अपने रथ के साथ ज्यादती मत करो !
  • नीद पुरी करो !


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Posted By Madan Gopal Garga LM VJM to AMRIT VANI at 5/29/2013 09:30:00 AM

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