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Monday, August 24, 2009

इंसान Person

इंसान
Person

  • इंसान तो कठपुतली है ,
  • उसकी डोरी भगवान् के हाथ है ,
  • जैसा नचाना चाहे नचाता है ,
  • इंसान के बस मैं कुछ भी नंही ,
  • जो करता है वह करता है ,
  • फिर भी इंसान यह समझता है ,
  • सब उसी ने किया है ,
  • कहे मदन गोपाल ,
  • सब छोड़ दे उस पर ,
  • और हंसते हंसते गुजार दे ,
  • जिंदगी अपनी !


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Posted By Madan Gopal Garga to Madan Gopal Garga at 8/23/2009 02:53:00 PM

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