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Sunday, July 26, 2009

अनुभूति Realization

अनुभूति Realization

  • अपने आप खाकर वह आनन्द नहीं जो दुःखी ,गरीब ,,भूके को खिलाकर आता है ! यह अनुभूति कहने से नहीं होगी कि में कहूँ और आप सुने मान लें ! इसका आनन्द लेना हो तो किसी दिन आप ख़ुद ऐसा करके देखना ! जिन कर्मों से आप भगवान के निकट होते हैं उनसे आपको संतुष्टि मिलती है ,तसल्ली ,मिलती है !
  • जीवन प्रभात से
Posted By Madan Gopal Garga to GURUVANNI at 7/25/2009 03:43:00 PM

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