----- Original Message -----
From: Niranjan Agarwal
Sent: Saturday, May 15, 2010 8:57 AM
Subject: [GURU VATIKA SE CHUNE PHOOL-Good thoughts by SUDHANSHUJI Maharaj] अमृत वाणी
हरी ॐ
किसी रोते के आंसू पोंछ लेना धर्म है, रोते को हंसा देना सत्कर्म है, ईश की भक्ति करना जीवन का मर्म है, माँ-बाप की सेवा करना धर्म है, किसी गरीब की मदद करना सत्कर्म है,राष्ट्र से प्रेम करना श्रेष्ठ कर्म है और सत्य कहे तो सभी सत्कर्म ही धर्म के मर्म है।
गुरुदेव सुधांशुजी महाराज के प्रवचनांश
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Niranjan Agarwal द्वारा GURU VATIKA SE CHUNE PHOOL-Good thoughts by SUDHANSHUJI Maharaj के लिए 5/15/2010 08:44:00 AM को पोस्ट किया गया
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