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Friday, February 26, 2010

Fw: [ANANDDHAM.ORG established by Param Pujay SUDHANSHUJI Maharaj] कड़वाहट

 
----- Original Message -----
From: mggarga
Sent: Friday, February 26, 2010 5:13 AM
Subject: Fw: [ANANDDHAM.ORG established by Param Pujay SUDHANSHUJI Maharaj] कड़वाहट

 
----- Original Message -----
Sent: Thursday, February 25, 2010 9:20 PM
Subject: [ANANDDHAM.ORG established by Param Pujay SUDHANSHUJI Maharaj] कड़वाहट

भगवान शिव ने जब विष पीया तो उसको गले मैं रखा और इस दुनिया को कह दिया की दुनिया की कड़वाहट को पी जाना , पर कड़वाहट को पीकर गले तक ही रखना ,गले से नीचे नहीं उतरनेदेना .दिल तक नहीं पहुँचने देना .दुनिया की बातें दिल को लगाने के लिए नहीं है !अगर दिल पर लगाकर बैठ गए तो खुद का जीना मुश्किल हों जाएगा !और अगर कड़वाहट को मुख से बाहर उगल दिया तो दूसरों के लिए परशानी खाडी  हों जाएगी 1

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Posted By Madan Gopal Garga to ANANDDHAM.ORG established by Param Pujay SUDHANSHUJI Maharaj at 2/25/2010 09:09:00 PM

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