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Monday, January 25, 2010

अमृत वाणी Drops of Nector

अमृत वाणी Drops of Nector




अमृत वाणी


हरी ॐ

१. परोपकार ही धर्मं है.

२. प्रतियोगता में मनुष्य को इंसानियत नहीं भुलानी चाहिए

पूज्य सुधांशुजी महाराज के प्रवचनाशं

निरंजन अग्रवाल



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Posted By Madan Gopal Garga to AMRIT VANI Good thoughts by Param Pujay SUDHANSHUJI Maharaj at 1/25/2010 10:30:00 AM

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