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Thursday, December 31, 2009

नववर्ष मंगलमय हो - - आचार्य सुधांशु

नववर्ष मंगलमय हो

" नवसूर्य, नूतन किरणें , नव आशायें, नई आकांक्षाए, नव कमल, नव सुमन लेकर नववर्ष आया हैं । आईए ! इसका स्वागत करें, तमस के पार जाकर, भोर का उजाला अपने जीवन में बिखेरें । नववर्ष में भक्ति - शक्ति का जागरण हो, सुख समरिद्धि की अभिवृद्धि हो, इसी पावन मंगलकामना के साथ आप सभी भक्तों को शुभाशीष्।"

- आचार्य सुधांशु


Collection by : प्रवीण वर्मा

Tuesday, December 29, 2009

bhakti - Devotion


समर्पित भाव से भक्ति करो ,भगवान जरूर मिलेंगे !

Sunday, December 27, 2009

गुरु ज्ञान वाटिका के पुष्प - Knowledge by Guru


गुरु ज्ञान वाटिका के पुष्प - Knowledge by Guru

"एक पत्थर को तराशने से सुन्दर मूर्ति बन सकती है तो कर्मो के सहारे जिन्दगी को तराशने से बहुत सुन्दर स्वरुप बन सकता है। कर्म करने से पहले सोचें कि मेरे से कोई गलत कर्म न हो जाए। क्योंकि प्रकृति का नियम है कि कर्म-फल अवश्य भोगना पड़ता है और प्रकृति के नियम तुम बदल नहीं सकते । तुम्हारा गलत कर्म ही तुम्हारे लिए परेशानी पैदा करता है, इसलिए ऐसा कोई कर्म ना करो जो तुम्हें परेशानियों में डुबा दे और विपत्तियां तुम्हारे ऊपर मडराने लगें । ह्र्दय में परमात्मा का नाम लेते हुए कर्म करोगे तो गलत काम की सम्भावना नहीं रहेंगी ।"


परम पूज्य सुधाँशुजी महाराज


Collection by : Praveen Verma VJM North America









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Posted By Madan Gopal Garga to AMRIT VANI at 12/27/2009 07:10:00 PM

Thursday, December 24, 2009

अमृत वचन


अमृत वचन

"मनुष्य के जीवन में सबसे पहले यह आवश्यक है कि हर समय प्रभु के अस्तित्व का एहसास हमारे मन में बना रहे। मन में ये प्रश्न हमेशा उठते रहें। इन बहती हुई

नदियों को बहाने वाला कौन है ? रंग-बिरंगी तितलियों के पंखों को कौन रंगता है? कौन है जो इस चन्द्रमा में मुस्कुराता है? किसका प्रकाश सूर्य के द्वारा संसार में फैलता है?


असंख्य जीवों को जन्म कौन देता है? कौन सबको भोजन देता है? फूलों में रंग कौन भरता है? पर्वत किसने बनाए? आकाश को सितारों से कौन सजाता है?


ऐसे अनेक प्रश्नों को मन में पैदा होने दीजिए । इससे आपके मन में ईश्वर के प्रति भावना जागेगी। आपका उनके प्रति विश्वास बढेगा।


परम पूज्य सुधाँशुजी महाराज


Humble Devotee


Collection by : Praveen Verma








Friday, December 18, 2009

मन - Mind

मन

जब तक मन नहीं बदला जाए कुछ भी बाहर की चीज़ बदलने से कोई फैदा नहीं !
गुरुवर सुधांशुजी महाराज के प्रवचनांश

Sunday, December 13, 2009

सदगुरु की अमृत वाणी

सदगुरु की अमृत वाणी
कुछ उदबोधन और जागृति के अक्षर अपने सामने रखकर जीवन जीओ जिससे आप सामान्य से ऊपर उठ सकें ।

परम पूज्य सुधाँशुजी महाराज


Collection by Praveen Verma